Tuesday, January 19, 2016

महामना एक्सप्रेस

प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों को मिलने वाली है नई सौगात। यह सौगात देने जा रहा है रेल मंत्रालय। मंत्रालय स्तर पर इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। बस इंतजार है तो पीएमओ की हरी झंडी का। महामना मदन मोहन मालवीय के नाम पर चलने वाली इस ट्रेन का नाम होगा महामना एक्सप्रेस। सब कुछ सही रहा तो 22 जनवरी के बनारस दौरे के दौरान ही प्रधानमंत्री इस ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी। अगर ऐसा होता है तो वाराणसी के प्रतिनिधि के तौर पर यह दूसरा मौका होगा जब वाराणसी से दिल्ली के लिए कोई ट्रेन मिलेगी। इससे पहले रेल मंत्री के तौर पर पंडित कमलापति त्रिपाठी ने काशीवासियों के लिए काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस की सौगात दी थी।
हफते में तीन दिन चलेगी महामना एक्सप्रेस
उत्तर रेलवे के अनुसार महामना एक्सप्रेस को दौड़ाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। यह ट्रेन बनारस से शाम 6.35 पर रवाना होगी और अगले दिन सुबह 6.35 पर दिल्ली पहुंचाएगी। ट्रेन वाराणसी से सुल्तानपुर, मुरादाबाद होते दिल्ली तक जाएगी। इसमें कुल 18 डब्बे होंगे जिसमें से चार जनरल बोगी, एक सेकेंड एसी, नौ स्लीपर और एक पेंट्री कार की बोगी होगी। फिलहाल रेलवे ने जो प्लान बनाया है उसके मुताबिक हफ्ते में तीन दिन बनारस से दिल्ली जाएगी और इतने ही दिन दिल्ली से बनारस आएगी। बनारस से मंगल, गुरुवार और शनिवार को इसकी रवानगी है जबकि दिल्ली से सोम, बुद्ध और शुक्रवार को बनारस आएगी।
डीरेका मैदान से रिमोट से भी रवाना कर सकते हैं पीएम
रेलवे ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। रेलवे बोर्ड के प्रस्ताव को रेल मंत्रालय की स्वीकृति मिल चुकी है। बस इंतजार है तो प्रधानमंत्री की मंजूरी की। वैसे रेल मंत्रालय लगातार पीएमओ के संपर्क में है। उन्होंने उम्मीद जताई की एक-दो दिन में पीएमओ की हरी झंडी मिल जाएगी। कहा कि प्रधानमंत्री डीरेका मैदान से रिमोट से भी महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा सकते हैं। उन्होंने बताया कि शिड्यूल चाहे जो हो उद्घाटन के लिए इसका कोई मतलब नहीं। पीएम शुक्रवार को महामना एक्सप्रेस को वाराणसी से रवाना कर सकते हैं। बाद में ट्रेन अपने निर्धारित शेड्यूल से चलेगी।
सामान्य किराया होगा
उत्तर रेलवे के अनुसार फिलहाल महामना एक्सप्रेस का किराया सामान्य ही होगा। लेकिन बाद में आधुनिक सुविधाओं के मद्देनजर किराए में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
ये होगी खासियत
महामना एक्सप्रेस में ग्रीन टायलेट, एलईडी लाइट, रीडिंग लाइट, लैपटॉप-मोबाइल चार्जर, स्वच्छ पेयजल, पॉली विनाइल मैटेरियल से तैयार है कोच। सभी कोच अग्निरोधी होंगे। चलती ट्रेन में आग लगने की सूरत में कोच के भीतर नुकसान की आशंका न्यून होगी। सबसे खास यह कि ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को झटके का एहसास भी नहीं होगा। कारण इसमें जर्कलेस बर्थ लगाई गई है।


No comments: